रामलला के दर्शन की राह: Varanasi to Ayodhya Distance & Prayagraj to Ayodhya Distance
अयोध्या धाम, जहां भगवान श्रीराम का जन्म हुआ, आज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के आस्था का केंद्र बन चुका है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से देशभर से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। ऐसे में सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाला सवाल यही है — “वाराणसी से अयोध्या की दूरी कितनी है?” और “प्रयागराज से अयोध्या जाने में कितना समय लगता है?”
अगर आप भी रामलला के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके काम की है।
Table of Contents
वाराणसी से अयोध्या की दूरी कितनी है?(Varanasi to Ayodhya Distance)
वाराणसी से अयोध्या की सड़क मार्ग से कुल दूरी लगभग 220 किलोमीटर है। यह सफर आप सड़क मार्ग, ट्रेन या बस से आराम से तय कर सकते हैं।
अगर आप कार या टैक्सी से यात्रा कर रहे हैं तो आपको 4 से 5 घंटे का समय लग सकता है।

रूट डिटेल्स (Route Details):
वाराणसी → जौनपुर → अंबेडकरनगर → अयोध्या
यह रूट NH-27 और NH-330 से होकर गुजरता है, जो देश के बेहतरीन नेशनल हाईवे में गिना जाता है। सड़क पूरी तरह चौड़ी और सुगम है।
ट्रेन से वाराणसी से अयोध्या तक (By Train):
रेल मार्ग से यह दूरी करीब 200 किलोमीटर की है, और 3.5 से 4 घंटे में ट्रेन अयोध्या पहुंच जाती है। वाराणसी जंक्शन से प्रतिदिन कई ट्रेनें चलती हैं जैसे —
- साकेत एक्सप्रेस
- वाराणसी-अयोध्या इंटरसिटी एक्सप्रेस
- काशी-विश्वनाथ एक्सप्रेस
बस सेवा:
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) द्वारा वाराणसी से अयोध्या के लिए प्रतिदिन दर्जनों बसें चलती हैं। किराया ₹250–₹400 के बीच होता है, बस के प्रकार के अनुसार।
प्रयागराज से अयोध्या की दूरी कितनी है?(Prayagraj to Ayodhya Distance)
प्रयागराज (इलाहाबाद) से अयोध्या की दूरी लगभग 166 किलोमीटर है।
यह सफर सड़क मार्ग से लगभग 3 से 3.5 घंटे में पूरा किया जा सकता है।
रूट डिटेल्स (Route Details):
प्रयागराज → कोरांव → गौरा → फैजाबाद → अयोध्या
यह रास्ता NH-330 पर पड़ता है, जो बिल्कुल सीधा और सुगम है।
ट्रेन से प्रयागराज से अयोध्या तक:
ट्रेन द्वारा यात्रा में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। कुछ प्रमुख ट्रेनें जो इस रूट पर चलती हैं:
- संगम एक्सप्रेस
- प्रयागराज-अयोध्या इंटरसिटी एक्सप्रेस
- फैजाबाद पैसेंजर
बस सेवा:
प्रयागराज बस अड्डे से अयोध्या के लिए लगातार सरकारी और प्राइवेट बसें उपलब्ध हैं। किराया लगभग ₹200–₹300 होता है।
राम मंदिर के बाद बढ़ी यात्रियों की संख्या
राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है।
रेलवे ने कई नई ट्रेनों की घोषणा की है और बस सर्विस को भी तेज किया गया है।
यूपी सरकार ने वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या को जोड़ने वाले “राम सर्किट कॉरिडोर” को विकसित करने का काम भी शुरू किया है।
एयरपोर्ट से सफर और कनेक्टिविटी
अयोध्या में अब ‘मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ भी तैयार हो चुका है।
वाराणसी एयरपोर्ट (लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) से अयोध्या की दूरी लगभग 230 किलोमीटर है।
प्रयागराज एयरपोर्ट से यह दूरी लगभग 165 किलोमीटर है।
दोनों एयरपोर्ट से टैक्सी और कैब आसानी से मिल जाती हैं, जो सीधे अयोध्या धाम तक ले जाती हैं।
अयोध्या में ठहरने की सुविधा (Hotels & Dharamshalas)
अयोध्या में अब आधुनिक होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस की कोई कमी नहीं है।
श्रद्धालुओं के लिए ₹500 से लेकर ₹5000 प्रति रात तक के विकल्प उपलब्ध हैं।
प्रमुख ठहरने के स्थान:
- रामकथा पार्क क्षेत्र
- हनुमानगढ़ी के पास
- सरयू घाट के निकट
- रेलवे स्टेशन रोड
क्या देखें अयोध्या में? (Tourist Attractions in Ayodhya)
अयोध्या सिर्फ राम मंदिर तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं जिन्हें आपको ज़रूर देखना चाहिए:
- राम जन्मभूमि मंदिर
- हनुमानगढ़ी
- कनक भवन
- सरयू घाट
- राम की पैड़ी
- सीता की रसोई
ट्रैवल टिप्स (Travel Tips for Pilgrims)
- सर्दियों में यात्रा करें: नवंबर से फरवरी तक का समय अयोध्या घूमने के लिए सबसे अच्छा है।
- ऑनलाइन टिकट बुक करें: ट्रेन और होटल की बुकिंग पहले से कर लें।
- स्थानीय गाइड लें: ताकि धार्मिक और ऐतिहासिक जानकारी सही तरीके से मिल सके।
- सरयू स्नान का अवसर न चूकें: यह यात्रा का सबसे पवित्र हिस्सा माना जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
चाहे आप वाराणसी से जा रहे हों या प्रयागराज से — अयोध्या अब पहले से कहीं ज़्यादा जुड़ा और सुविधाजनक हो चुका है।
भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए भक्तों का उत्साह चरम पर है और सरकार ने भी हर दिशा में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया है।
वाराणसी से अयोध्या की दूरी 220 किलोमीटर और प्रयागराज से अयोध्या की दूरी 166 किलोमीटर — दोनों ही सफर अब बेहद आरामदायक और यादगार बन गए हैं।
अगर आपने अब तक अयोध्या यात्रा नहीं की, तो इस बार रामलला के दर्शन का संकल्प जरूर लें!
