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MS Dhoni की 5 शानदार ऐतिहासिक पारियाँ जिन्हें देख हर फैन हुआ भावुक

MS Dhoni

MS Dhoni–नाम ही काफी है

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें पूरी दुनिया MS Dhoni के नाम से जानती है, सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं बल्कि एक प्रेरणा का प्रतीक हैं। एमएस धोनी भारत के एक अमीर क्रिकेटर हैं।झारखंड के रांची जैसे छोटे शहर से निकलकर उन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी शांत स्वभाव, तेज निर्णय क्षमता और कप्तानी ने उन्हें “कैप्टन कूल” बना दिया।

महेंद्र सिंह धोनी, जिन्हें हम सब प्यार से “कैप्टन कूल” कहते हैं, सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं बल्कि एक भावना (Emotion) हैं।
उनकी शांत स्वभाव, सटीक रणनीति और आखिरी ओवरों में जीत की आदत ने उन्हें हर भारतीय के दिल का हिस्सा बना दिया है।
आज हम बात करेंगे MS Dhoni की 5 ऐतिहासिक पारियों की, जिन्हें देख हर फैन गर्व और भावनाओं से भर गया।

1.91 बनाम श्रीलंका – वर्ल्ड कप फाइनल 2011

यह पारी शायद हर भारतीय की याद में हमेशा ताज़ा रहेगी।2 अप्रैल 2011, वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई — भारत वर्ल्ड कप फाइनल खेल रहा था।जब टीम को जीत के लिए स्थिरता चाहिए थी, MS Dhoni मैदान में आए और 79 गेंदों पर 91 रन की अविस्मरणीय पारी खेली।
अंत में उनका वो सिक्सर — “Dhoni finishes off in style!” — भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे भावुक घड़ी बन गया।
उस दिन उन्होंने सिर्फ मैच नहीं, बल्कि करोड़ों दिल जीत लिए।

2.148 रन बनाम पाकिस्तान – 2005 (पहली पहचान)

2005 में विशाखापत्तनम में खेली गई यह पारी MS Dhoni के करियर का पहला धमाका थी।
भारत मुश्किल स्थिति में था, लेकिन धोनी ने 123 गेंदों पर 148 रन ठोके।
उनके हर छक्के के साथ फैंस झूम उठे।
यही वह मैच था जिसने भारत को “नया हीरो” दिया और पूरी दुनिया को एक नए Finisher से परिचित कराया।

3.183 बनाम श्रीलंका – जयपुर, 2005

धोनी की यह पारी वनडे इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में गिनी जाती है।
जयपुर में खेले गए इस मैच में श्रीलंका ने 299 रन का लक्ष्य दिया था।
धोनी ने 145 गेंदों में 183 नाबाद रन बनाकर भारत को शानदार जीत दिलाई।
उन्होंने उस मैच में विकेटकीपर के तौर पर नहीं बल्कि “विजेता कप्तान बनने की क्षमता” दिखा दी थी।
यह पारी धोनी के आत्मविश्वास और ताकत दोनों का उदाहरण है।

4. 45 बनाम श्रीलंका – T20 वर्ल्ड कप 2016

यह पारी भले ही स्कोर में बड़ी न रही हो, लेकिन भावनाओं में बड़ी थी।
टीम संकट में थी, विकेट गिरते जा रहे थे।
ऐसे में धोनी ने कप्तान की तरह शांत रहते हुए सिर्फ 18 गेंदों में 45 रन ठोके और भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाया।
उनकी मुस्कान और आत्मविश्वास ने फिर दिखाया कि क्यों उन्हें “Captain Cool” कहा जाता है।

5.56 बनाम ऑस्ट्रेलिया – एडिलेड, 2012

यह पारी भारत से बाहर खेली गई सबसे टफ और प्रेरक पारियों में से एक थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच रोमांचक स्थिति में था।
धोनी ने आखिरी ओवर में शानदार छक्के और चौके लगाकर भारत को जीत दिलाई।
उन्होंने अपनी शांति और नियंत्रण से साबित किया कि असली हीरो वही है जो दबाव में भी मुस्कुराता है।

कप्तानी में सफलता की नई मिसाल

धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने 2007 – टी20 वर्ल्ड कप,2011 – वनडे वर्ल्ड कप,2013 – चैंपियंस ट्रॉफी
तीनों प्रमुख ICC ट्रॉफियां जीतने का गौरव हासिल किया।

इस उपलब्धि के साथ MS Dhoni दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बने जिन्होंने तीनों ICC ट्रॉफियां जीतीं।

उनकी शांत कप्तानी, खिलाड़ियों पर भरोसा और “अंत तक लड़ने” की सोच ने उन्हें एक महान लीडर बना दिया।

इसी भरोसे पर तो कई सेलिब्रिटी भी अपनी ज़िंदगी बनाई।
उन्होंने कहा था —

 “जब लोग मुझ पर हंसते थे, मैं मुस्कुराकर मेहनत करती थी।”
धोनी भी मैदान में कुछ ऐसा ही करते हैं — जवाब बल्ले से देते हैं, बातों से नहीं।

धोनी का बल्लेबाजी स्टाइल अनोखा था। वे मैदान पर हेलीकॉप्टर शॉट से गेंदबाजों की हवा निकाल देते थे। मुश्किल परिस्थितियों में वे अक्सर टीम को जीत तक ले जाते थे।
उनकी विकेटकीपिंग इतनी तेज थी कि वे अक्सर “Lightning Hands Dhoni” कहलाते थे।

IPL में धोनी का दबदबा

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में MS Dhoni का नाम सुनते ही चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की याद आती है। उन्होंने CSK को:2010,2011,2018,2021,2023में 5 बार IPL चैंपियन बनाया।

उनकी कप्तानी में चेन्नई सबसे स्थिर और सफल टीमों में से एक बनी। धोनी के फैंस उन्हें प्यार से “थाला” कहते हैं।

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