UP पुलिस पेपर पढ़वाने की 20 लाख में डीलिंग:रिसॉर्ट मालिक ने कबूला-फिक्स डेट पर पेपर नहीं मिला, 35 कमरों में रोके थे 800 अभ्यर्थी

UP पुलिस लिखित भर्ती परीक्षा में 18 फरवरी को सेकेंड शिफ्ट में होने वाला पेपर पहले ही आउट हो गया। एक दिन पहले ही पेपर बाहर आ गया। आंसर-की भी सामने आ गई। इसके बाद शासन ने परीक्षा रद्द कर दी। UP STF की टीमें लगातार पेपर आउट कराने वाले गिरोह के पीछे लगी हैं। उनकी धरपकड़ जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को मेरठ STF की टीम ने मानेसर, गुरुग्राम के नेचरवैली रिसॉर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को अरेस्ट कर लिया। STF सतीश को लेकर मेरठ के कंकरखेड़ा थाने पहुंची। जहां उससे पूछताछ जारी है। सतीश पर मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में 420 सहित तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में सतीश ने बताया कि विक्रम पहल को अपने साथियों के साथ यह पेपर आउट कराना था। उसे पेपर पढ़वाने के लिए एक बड़े मैदान की जरूरत थी। उसने मेरे रिसॉर्ट में पेपर आउट कराने का ऑफर दिया। 20 लाख रुपए में हमारी डील फाइनल हुई थी। 15 फरवरी को पेपर नहीं पहुंच पाया, तो प्लानिंग बढ़ानी पड़ी। 700-800 परीक्षार्थियों को 2 मंजिला बिल्डिंग के 35 कमरों में रातभर रोका गया। अहमदाबाद प्रेस से निकला पुलिस भर्ती का पेपर मानेसर रिसोर्ट में क्यों, कैसे पढ़वाया गया ये समझिए... नेचरवैली रिसोर्ट आउटर में है, इसमें बड़ा मैदान है इसलिए इसे चुना STF मेरठ यूनिट के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह के अनुसार, पूछताछ में सतीश धनकड़ ने बताया कि वो ढाड़ा गुरुग्राम गांव का रहने वाला है। सतीश मानेसर में अपना रिसॉर्ट नेचरवैली के नाम से चलाता है। रिसॉर्ट में बड़ा मैदान हैं। जहां पॉमट्री भी लगे हैं। इसलिए सामने से आसानी से कुछ दिखता नहीं है। रिसॉर्ट के पीछे बनी बिल्डिंग में 35 से ज्यादा कमरे हैं। रिसॉर्ट में अमूमन लोगों का आना जाना कम होता है। सतीश और दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल विक्रम पहल में पहले से दोस्ती है। कई बार विक्रम उसके रिसॉर्ट में पहले भी आ चुका है। अक्सर आना जाना होता था। विक्रम ने ही उसे ऑफर दिया कि मुझे यूपी पुलिस भर्ती का पेपर पढ़वाकर आउट कराना है। काफी कैंडिडेट एक साथ बैठकर पेपर पढ़ेंगे। इसके लिए बड़ा पार्क चाहिए। इस काम के लिए मुझे तेरा रिसॉर्ट चाहिए। पेपर आउट के दिन खाली रखना था रिसोर्ट सतीश ने बताया कि विक्रम ने उसे पेपर पढ़वाने के लिए 20 लाख रुपए का ऑफर दिया। ये रकम रिसॉर्ट का किराया और यह बात लीक न करने के आधार पर तय हुई थी। इसका कुछ पैसा मुझे एडवांस भी मिला था। डील के बाद अक्सर विक्रम रिसोर्ट आने लगा। उसने कहा था कि जब पेपर पढ़वाएंगे उस वक्त रिसोर्ट पूरी तरह खाली रखना होगा। एक दिन विक्रम के 3 लोग दाऊद, अनुराग और गुनिया मेरे रिसॉर्ट पर आए। गुनिया जो सुरा कलोई झज्जर का रहने वाला है और सायना ट्रैवल्स में काम करता है। उसको मैं पहले से जानता था। इन तीनों ने बताया कि विक्रम ने भेजा है। हम यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट कराने में लगे हैं। आपके रिसॉर्ट में काफी जगह है। 700-800 अभ्यर्थी आसानी से बैठ सकते हैं। हम लोगों को पेपर आउट कराकर इस रिसॉर्ट में अभ्यर्थियों को पेपर और उसके उत्तर पढ़ाने हैं। गुनिया ने मुझे एडवांस के तौर पर कुछ पैसे भी दिए थे। 15 फरवरी को रिसॉर्ट में पहुंचे कैंडिडेट 15 फरवरी को गुनिया अपनी ट्रैवल्स की बसों में कैंडिडेट को लेकर नेचरवैली रिसॉर्ट आया। गुनिया के थोड़ी देर बाद विक्रम पहल के गांव जींद से महेंद्र शर्मा भी आ गया। उस दिन लगभग 700-800 कैंडिडेट रिसॉर्ट में थे। रिसोर्ट में ही विक्रम पहल ने अपने साथी अनुराग, दाउद, महेन्द्र शर्मा, गुनिया और दूसरे लोगों के साथ मीटिंग रखी। ये लोग काफी देर तक बातें करते रहे। सभी से कहा कि रिसॉर्ट में शोरगुल नहीं करना है। पहले दिन नहीं मिल पाया पेपर, बढ़ानी पड़ी प्लानिंग 15 फरवरी को ही पेपर कैंडिडेट्स को पढ़वाना था। लेकिन उस दिन किसी कारण से भर्ती पेपर आ ही नहीं पाया। सारी प्लानिंग देर हो गई। इसके बाद सभी कैंडिडेट्स को इसी रिसॉर्ट में ही रुकवाया गया। यहीं उनके खाने, ठहरने की व्यवस्था की गई। दूसरे दिन 16 फरवरी की सुबह विक्रम पहल, अनुराग, दाऊद अपनी गाड़ी से कहीं गए। दोपहर 11 बजे तक वापस लौटे। उनके हाथ में 18 फरवरी को सेकेंड शिफ्ट में होने वाला यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर और आंसर-की थी। उनके साथ छ-सात लोग और भी अपनी गाड़ियों से रिसॉर्ट में आए। इसमें ढाकला, झज्जर निवासी मोनू शर्मा, विक्रम दहिया सोनीपत को मैं जानता हूं। रवि, अभिषेक के कॉन्टैक्ट में था विक्रम पेपर, आंसर-की आने के बाद इन सभी लोगों ने सारे कैंडिडेट्स को यहीं रिसॉर्ट के गार्डन में बैठाकर पेपर पढ़वाना, आंसर बताना शुरू कर दिया। विक्रम लगातार अभिषेक कुमार शुक्ला जो प्रयागराज का रहने वाला है और रवि अत्री निवासी गौतमबुद्धनगर के संपर्क में था। उनके साथ विक्रम की लगातार पेपर आउट कराने को लेकर बातचीत हो रही थी। अभिषेक शुक्ला उसी कम्पनी में काम करता है, जिस कंपनी में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र छप रहा था। 2 मंजिला इमारत के 35 कमरों में रोके थे 800 अभ्यर्थी सतीश धनखड़ के इसी नेचरवैली रिसॉर्ट के लॉन में कैंडिडेट्स को पेपर पढ़वाने के लिए बैठाया गया था। पेपर हल करवाते समय कुछ लोग उनकी मदद करते भी देखे गए हैं। लॉन के पीछे 35 कमरों के 2 मंजिला इमारत में 700-800 परीक्षार्थियों को रोकने की व्यवस्था की गई थी। ये सारा अरेजमेंट सतीश धनकड़ ने ही किया था। अब तक मेरठ STF ने 12 आरोपी पकड़े मेरठ STF यूनिट लगातार पुलिस भर्ती पेपर लीक कांड में आरोपियों की धरपकड़ कर रही है। 5 मार्च को टीम ने मेरठ निवासी 6 आरोपियों दीप उर्फ दीपक, बिटटू, प्रवीण, रोहित उर्फ ललित, नवीन कुमार, साहिल को अरेस्ट कर जेल भेजा। 12 मार्च को जींद हरियाणा निवासी महेंद्र और 14 मार्च को अभिषेक कुमार शुक्ला निवासी प्रयागराज, शिवम निवासी मिर्जापुर, रोहित कुमार पांडेय निवासी भदोही को अरेस्ट किया। 15 मार्च को पेपर आउट कराने वाले गिरोह के डॉ. शुभम मंडल निवासी पटना को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अब 22 मार्च को रिसोर्ट मालिक सतीश धनकड़ किया गया है।

Mar 23, 2024 - 08:03
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UP पुलिस पेपर पढ़वाने की 20 लाख में डीलिंग:रिसॉर्ट मालिक ने कबूला-फिक्स डेट पर पेपर नहीं मिला, 35 कमरों में रोके थे 800 अभ्यर्थी
UP पुलिस लिखित भर्ती परीक्षा में 18 फरवरी को सेकेंड शिफ्ट में होने वाला पेपर पहले ही आउट हो गया। एक दिन पहले ही पेपर बाहर आ गया। आंसर-की भी सामने आ गई। इसके बाद शासन ने परीक्षा रद्द कर दी। UP STF की टीमें लगातार पेपर आउट कराने वाले गिरोह के पीछे लगी हैं। उनकी धरपकड़ जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को मेरठ STF की टीम ने मानेसर, गुरुग्राम के नेचरवैली रिसॉर्ट के मालिक सतीश धनकड़ को अरेस्ट कर लिया। STF सतीश को लेकर मेरठ के कंकरखेड़ा थाने पहुंची। जहां उससे पूछताछ जारी है। सतीश पर मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में 420 सहित तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पूछताछ में सतीश ने बताया कि विक्रम पहल को अपने साथियों के साथ यह पेपर आउट कराना था। उसे पेपर पढ़वाने के लिए एक बड़े मैदान की जरूरत थी। उसने मेरे रिसॉर्ट में पेपर आउट कराने का ऑफर दिया। 20 लाख रुपए में हमारी डील फाइनल हुई थी। 15 फरवरी को पेपर नहीं पहुंच पाया, तो प्लानिंग बढ़ानी पड़ी। 700-800 परीक्षार्थियों को 2 मंजिला बिल्डिंग के 35 कमरों में रातभर रोका गया। अहमदाबाद प्रेस से निकला पुलिस भर्ती का पेपर मानेसर रिसोर्ट में क्यों, कैसे पढ़वाया गया ये समझिए... नेचरवैली रिसोर्ट आउटर में है, इसमें बड़ा मैदान है इसलिए इसे चुना STF मेरठ यूनिट के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह के अनुसार, पूछताछ में सतीश धनकड़ ने बताया कि वो ढाड़ा गुरुग्राम गांव का रहने वाला है। सतीश मानेसर में अपना रिसॉर्ट नेचरवैली के नाम से चलाता है। रिसॉर्ट में बड़ा मैदान हैं। जहां पॉमट्री भी लगे हैं। इसलिए सामने से आसानी से कुछ दिखता नहीं है। रिसॉर्ट के पीछे बनी बिल्डिंग में 35 से ज्यादा कमरे हैं। रिसॉर्ट में अमूमन लोगों का आना जाना कम होता है। सतीश और दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल विक्रम पहल में पहले से दोस्ती है। कई बार विक्रम उसके रिसॉर्ट में पहले भी आ चुका है। अक्सर आना जाना होता था। विक्रम ने ही उसे ऑफर दिया कि मुझे यूपी पुलिस भर्ती का पेपर पढ़वाकर आउट कराना है। काफी कैंडिडेट एक साथ बैठकर पेपर पढ़ेंगे। इसके लिए बड़ा पार्क चाहिए। इस काम के लिए मुझे तेरा रिसॉर्ट चाहिए। पेपर आउट के दिन खाली रखना था रिसोर्ट सतीश ने बताया कि विक्रम ने उसे पेपर पढ़वाने के लिए 20 लाख रुपए का ऑफर दिया। ये रकम रिसॉर्ट का किराया और यह बात लीक न करने के आधार पर तय हुई थी। इसका कुछ पैसा मुझे एडवांस भी मिला था। डील के बाद अक्सर विक्रम रिसोर्ट आने लगा। उसने कहा था कि जब पेपर पढ़वाएंगे उस वक्त रिसोर्ट पूरी तरह खाली रखना होगा। एक दिन विक्रम के 3 लोग दाऊद, अनुराग और गुनिया मेरे रिसॉर्ट पर आए। गुनिया जो सुरा कलोई झज्जर का रहने वाला है और सायना ट्रैवल्स में काम करता है। उसको मैं पहले से जानता था। इन तीनों ने बताया कि विक्रम ने भेजा है। हम यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट कराने में लगे हैं। आपके रिसॉर्ट में काफी जगह है। 700-800 अभ्यर्थी आसानी से बैठ सकते हैं। हम लोगों को पेपर आउट कराकर इस रिसॉर्ट में अभ्यर्थियों को पेपर और उसके उत्तर पढ़ाने हैं। गुनिया ने मुझे एडवांस के तौर पर कुछ पैसे भी दिए थे। 15 फरवरी को रिसॉर्ट में पहुंचे कैंडिडेट 15 फरवरी को गुनिया अपनी ट्रैवल्स की बसों में कैंडिडेट को लेकर नेचरवैली रिसॉर्ट आया। गुनिया के थोड़ी देर बाद विक्रम पहल के गांव जींद से महेंद्र शर्मा भी आ गया। उस दिन लगभग 700-800 कैंडिडेट रिसॉर्ट में थे। रिसोर्ट में ही विक्रम पहल ने अपने साथी अनुराग, दाउद, महेन्द्र शर्मा, गुनिया और दूसरे लोगों के साथ मीटिंग रखी। ये लोग काफी देर तक बातें करते रहे। सभी से कहा कि रिसॉर्ट में शोरगुल नहीं करना है। पहले दिन नहीं मिल पाया पेपर, बढ़ानी पड़ी प्लानिंग 15 फरवरी को ही पेपर कैंडिडेट्स को पढ़वाना था। लेकिन उस दिन किसी कारण से भर्ती पेपर आ ही नहीं पाया। सारी प्लानिंग देर हो गई। इसके बाद सभी कैंडिडेट्स को इसी रिसॉर्ट में ही रुकवाया गया। यहीं उनके खाने, ठहरने की व्यवस्था की गई। दूसरे दिन 16 फरवरी की सुबह विक्रम पहल, अनुराग, दाऊद अपनी गाड़ी से कहीं गए। दोपहर 11 बजे तक वापस लौटे। उनके हाथ में 18 फरवरी को सेकेंड शिफ्ट में होने वाला यूपी पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर और आंसर-की थी। उनके साथ छ-सात लोग और भी अपनी गाड़ियों से रिसॉर्ट में आए। इसमें ढाकला, झज्जर निवासी मोनू शर्मा, विक्रम दहिया सोनीपत को मैं जानता हूं। रवि, अभिषेक के कॉन्टैक्ट में था विक्रम पेपर, आंसर-की आने के बाद इन सभी लोगों ने सारे कैंडिडेट्स को यहीं रिसॉर्ट के गार्डन में बैठाकर पेपर पढ़वाना, आंसर बताना शुरू कर दिया। विक्रम लगातार अभिषेक कुमार शुक्ला जो प्रयागराज का रहने वाला है और रवि अत्री निवासी गौतमबुद्धनगर के संपर्क में था। उनके साथ विक्रम की लगातार पेपर आउट कराने को लेकर बातचीत हो रही थी। अभिषेक शुक्ला उसी कम्पनी में काम करता है, जिस कंपनी में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र छप रहा था। 2 मंजिला इमारत के 35 कमरों में रोके थे 800 अभ्यर्थी सतीश धनखड़ के इसी नेचरवैली रिसॉर्ट के लॉन में कैंडिडेट्स को पेपर पढ़वाने के लिए बैठाया गया था। पेपर हल करवाते समय कुछ लोग उनकी मदद करते भी देखे गए हैं। लॉन के पीछे 35 कमरों के 2 मंजिला इमारत में 700-800 परीक्षार्थियों को रोकने की व्यवस्था की गई थी। ये सारा अरेजमेंट सतीश धनकड़ ने ही किया था। अब तक मेरठ STF ने 12 आरोपी पकड़े मेरठ STF यूनिट लगातार पुलिस भर्ती पेपर लीक कांड में आरोपियों की धरपकड़ कर रही है। 5 मार्च को टीम ने मेरठ निवासी 6 आरोपियों दीप उर्फ दीपक, बिटटू, प्रवीण, रोहित उर्फ ललित, नवीन कुमार, साहिल को अरेस्ट कर जेल भेजा। 12 मार्च को जींद हरियाणा निवासी महेंद्र और 14 मार्च को अभिषेक कुमार शुक्ला निवासी प्रयागराज, शिवम निवासी मिर्जापुर, रोहित कुमार पांडेय निवासी भदोही को अरेस्ट किया। 15 मार्च को पेपर आउट कराने वाले गिरोह के डॉ. शुभम मंडल निवासी पटना को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अब 22 मार्च को रिसोर्ट मालिक सतीश धनकड़ किया गया है।

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